रायपुर। राजधानी रायपुर के नवा रायपुर में बीते 48 दिन से किसानों का आंदोलन चला आ रहा है। अपनी मांगों को लेकर सरकार और किसानों के प्रतिनिधि मंडल के बीच बैठकों का दौर लगातार जारी है। किसानों की समस्याओं को निपटाने के लिए सीएम भूपेश बघेल ने एक कमिटी का गठन किया था जिसके जरिये कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहममद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया और अधिकारियों की बैठक लगातार किसान प्रतिनिधि मंडल के साथ चल रही थी मगर इसका कोई नतीजा अब तक नहीं निकल पाया है। इस समस्या से निपटने अब किसान दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली में किसान नेता राहुल और प्रियंका गांधी से मिलेंगे. साथ ही किसान नेता राकेश टिकैत से मिलकर उन्हें रायपुर आंदोलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर 3-4 दिनों के भीतर अगर इस पर कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा तो हम दिल्ली जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
नवा रायपुर प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर का कहना है कि अगले 4-5 दिनों हम दिल्ली जा सकते हैं। हमारी बातचीत दिल्ली में हो चुकी है। हम कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को छत्तीसगढ़ के हालात से अवगत कराएंगे और बताएंगे कि आपकी पार्टी की सरकार नवा रायपुर के किसानों के साथ क्या कर रही है।
रूपन चंद्राकर ने यह भी कहा कि रमन सरकार के समय सुप्रीम कोर्ट में जो केस लंबित है उस पर भूपेश सरकार कोई निर्णय नहीं ले रही है। इससे किसानों के हक में हाईकोर्ट को जो फैसला आया था, उसके लाभ से भी वंचित हैं। अगर सरकार सुप्रीम कोर्ट केस वापस ले लेती है, तो छत्तीसगढ़ के किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा।