बैकुण्ठपुर। बैकुण्ठपुर जिला अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने पर परिजन मरीज का इलाज कराने उसे स्ट्रेचर पर डॉक्टर के घर ले गए। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जो प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल रहा है।
दरअसल, मरीज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे परिजन डॉक्टर के इंतजार में सुबह से बैठे रहे। मरीज की हालत को देखते हुए अस्पताल के स्टाफ के कहने पर परिजन मरीज को स्ट्रेचर पर अस्पताल से 300 मीटर दूर डॉक्टर के घर ले गए। लेकिन उनको वहां से वापस अस्पताल भेज दिया गया।
इस मामले को लेकर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर केएल ध्रुव ने कहा कि, डॉक्टर की अनुपस्थिति में मरीज को स्ट्रेचर पर डॉक्टर के घर ले जाते देखा गया। वे डॉक्टर से परामर्श कराना चाहते थे, इसलिए उन्होंने रोगी को स्ट्रेचर पर खुद ही ले लिया। उन्होंने उन्हें वापस अस्पताल रेफर कर दिया और मरीज का इलाज शुरू कर दिया गया। ओपीडी बंद होने के कारण हमें इसके बारे में पता नहीं चला।
ड्यूटी चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी
मरीज को परिजनों द्वारा चिकित्सालय से बाहर ले जाने के मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए कलेक्टर कुलदीप शर्मा के निर्देश पर सिविल सर्जन द्वारा ड्यूटी चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और जिला चिकित्सालय में मरीज को भर्ती कर समस्त चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराते हुए इलाज किया जा रहा है।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि बीते दिवस हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल मरीज कन्हैया लाल को कल ही जिला चिकित्सालय में भर्ती कर लिया गया और इलाज शुरू कर दिया गया। मरीज के इलाज की जानकारी परिजनों की दी गई है। मरीज का इलाज किया जा रहा है।