बलौदाबाजार आलोक मिश्रा स्टेट हेड
किसानों को धान बिक्री में न हो कोई परेशानी -कलेक्टर
किसानों की समस्या का 48 घंटे के अंदर समाधान करने 166 धान उपार्जन केंद्रों में समाधान पेटी की सुविधा
धान खरीदी के नोडल अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

बलौदाबाज़ार, ज़िले में धान ख़रीदी की तैयारी अपने अंतिम चरण में है। जिला प्रशासन की टीम पुरी मुस्तैदी से धान खरीदी की तैयारी में जुटा हैं ।इसी कड़ी में धान खरीदी के नोडल अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण गुरुवार को संपन्न हुआ ।प्रशिक्षण में चरणबद्ध तरीके से धान खरीदी की प्रकिया के बारे में अवगत कराया गया।टोकन जारी होने से लेकर धान के परिदान तक का प्रशिक्षण नोडल अधिकारियों को दिया गया।

प्रशिक्षण के दौरान कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि धान खरीदी राज्य शासन का सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है।इसलिए पूरी सतर्कता से कार्य करें।श्री सोनी ने कहा कि किसानों को धान विक्रय के समय कोई परेशानी न हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए।उन्होंने जिले के सभी उपार्जन केंद्रों में समाधान पेटी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं जिसमे किसान अपनी समस्या से जिला प्रशासन को अवगत करा सकेंगे।इसके बाद 02 दिनों के भीतर किसानों की समस्या का समाधान करने के निर्देश भी श्री सोनी ने दिए हैं।कलेक्टर ने किसानों की सुविधा के लिए बैठक व्यवस्था और पेयजल इत्यादि की भी समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।अवैध धान परिवहन पर भी जिला प्रशासन की कड़ी निगरानी है, प्रतिदिन बिचौलियों पर कार्यवाही भी की जा रही है।

बैठक में बताया गया कि धान खरीदी केंद्र में धान बेचने आए किसान और उसके वाहन की अनिवार्य रूप से फोटोग्राफ़ी कराई जाएगी। इसके बाद आवक रजिस्टर में और सिस्टम में यह फोटो अपलोड की जाएगी।फ्लाइंग स्क्वाड टीम द्वारा भी प्रक्रिया पर नज़र रहेगी। संयुक्त जिला कार्यालय स्थित संपर्क केंद्र को कंट्रोल रूप बनाया गया है संपर्क केंद्र के मोबाइल नंबर 92018 99925 पर 24 घंटे शिकायत या जानकारी साझा की जा सकेगी। बैठक में बताया गया कि धान खरीदी हेतु बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था है और समितियों में 15 दिन की खरीदी के लिए आवश्यक संख्या में बारदाना उपलब्ध करा दिया गया है। किसानो की सुविधा के लिए टोकन तुहंर हाथ मोबाइल एप्लीकेशन की भी सुविधा है जिसके माध्यम से किसान ख़ुद भी अपना टोकन प्राप्त कर सकते हैं।उल्लेखनीय है कि एग्रिस्टेक के माध्यम से जिले के 1 लाख 65 हज़ार से अधिक किसानों ने अपना पंजीयन कराया है ।
