खरोरा/तिल्दा | बच्चों में अल्पव्यय पर रचनात्मक दृष्टिकोण को विकसित करने के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन से प्राप्त निर्देशों के अधीन तिल्दा विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला अड़सेना में संकुल स्तरीय “कबाड़ से जुगाड़ ” अर्थात अपशिष्ट व अनुपयोगी वस्तुओं से बेहतर शैक्षणिक व अध्ययन सामग्री निर्माण की प्रदर्शनी सह प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें संकुल के विद्यालयों से सम्मिलित मेघावी प्रतिभागी बच्चों ने शिक्षकों के मार्गदर्शन में विज्ञान, भूगोल, गणित व पर्यावरण के सिंद्धान्तों व अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित, मशीनों, यंत्रों, आदिवासी संस्कृति से सम्बद्ध एक से बढ़कर एक चलित मॉडल का प्रदर्शन करते हुए प्रजेंटेशन दिया।
इस अवसर पर संकुल प्रभारी प्राचार्य सगुप्ता सुल्ताना ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों में रचनात्मक दृष्टिकोण व सकारात्मक चिंतन शक्ति के विकास का मार्ग प्रशस्त होता है, जिन वस्तुओं को हम अनुपयोगी व बेकार समझकर फेक देते हैं या नष्ट कर देते हैं ऐसी कबाड़ चीजों से शैक्षणिक गतिविधियों से सम्बद्ध यंत्रों व मॉडलों के निर्माण से प्रायोगिक व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बल मिलता है उन्होंने सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए बच्चों से संवादात्मक शैली में रूबरू चर्चा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया तथा नियमित रूप से निरंतरता बनाये रखने प्रेरित किया। उन्होंने आभार प्रदर्शन करते हुए, आयोजन समिति प्रभारी समन्वयक भोला प्रसाद वर्मा ने शिक्षकों व बच्चों के साझा प्रयास व अल्प व्यय पर आकर्षक प्रदर्शनी आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन व बच्चों के परिश्रम को सराहा।
इन्होंने दिखाया प्रतिभा का जौहर:
संकुल के विभिन्न शालाओं से शामिल प्रतिभागियों में प्राथमिक विभाग से शास.प्राथमिक शाला मोहदी से अश्वनी निषाद प्रथम व शास.प्राथमिक शाला अड़सेना की विनीता द्वितीय, माध्यमिक विभाग से पूर्व माध्य.शाला बरौंडा का छात्र थलेश्वर धीवर प्रथम तथा पूर्व माध्य.शाला मोहदी से कावेरी यादव द्वितीय स्थान पर रहीं । निर्णायक मंडल द्वारा प्रस्तुत परिणामों के आधार पर विकासखण्ड स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित विजयी प्रतिभागियों को आकर्षक पुरुस्कार व सभी सहभागी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार दिए गए ।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
कार्यक्रम का प्रभावी संचालन शिक्षक दौलत धुरन्धर ने किया। साथ ही व्याख्याता अनिला केरकेट्टा,प्रधानपाठक के डी कुर्रे, डी कुमारी टंडन,लक्ष्मीनारायण साहू,भेनुमती वर्मा,हीरासिंह देवांगन,जीतेन्द्र सोनवानी,अनिता नाग परमार, विनय कुमार तिवारी,आलोक टिकरिहा,भुनेश्वरी साहू,दीपक कुमार वर्मा,प्रतिमा टोप्पो,प्राची देसाई, सुनीता वर्मा,झरना वर्मा, इश्वरी प्रसाद वर्मा,राजेश तिग्गा, प्रीती माहेश्वरी,मनोज कुमार चेलक,अनिता वर्मा,ममता वर्मा, श्रीकुश चेलक ,निशा ढीढी, गोवर्धन देवांगन,मध्यान्ह भोजन संचालिका मीना रात्रे,कु सुषमा रात्रे,उषा जांगड़े कार्यक्रम में विशेष भूमिका निभाए.
(खरोरा से क्षितिज मिश्रा की रिपोर्ट)