बालोद
.बालोद जिले के कांग्रेस समर्थित डौंडी जनपद उपाध्यक्ष दो गांव के ग्रामीणों के साथ तहसील कार्यालय गेट के सामने 4 घंटे तक दिया धरना
मामला बोरगांव कोटवार पर दादागिरी सहित कई आरोप लगाते हुए बर्खास्त करने की मांग की…वही ग्रामीणों की मांग और गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार ने तत्काल आदेश निकाल बर्खास्त कर दिया….तो वही दूसरा मामला ग्राम पंचायत कुंजकन्हार के गांव कुर्रूटोला का है…ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार…कुर्रूटोला के कोटवार गलत तरीके से गांव के घास जमीन को अपनी पत्नी और बच्चे का नाम से करवा लिया था…जिन्हें ग्रामीणों की शिकायत पर निरस्त किया गया..
जिसके बाद से उस जमीन पर ग्रामीणों द्वारा धान की फसल लगा…उससे होने वाले मुनाफे को ग्राम विकास व शाला विकास में लगाया जाता रहा है… लेकिन बीते वर्ष कोटवार द्वारा गलत तरीके से तहसीलदार को शिकायत कर धान को जप्त करवा दिया…तब से तहसीलदार ने गांव के ही आंगनबाड़ी में 1 साल से धान को रखवाया हुआ है…कुछ दिन पूर्व तहसीलदार ने 45 कट्टा धान को निलंबित कोटवार को सुपुर्द करने का आदेश दे दिया गया…
बालोद जिले के कांग्रेस समर्थित डौंडी जनपद उपाध्यक्ष दो गांव के ग्रामीणों के साथ तहसील कार्यालय गेट के सामने 4 घंटे तक दिया धरना…
जिसके विरोध में ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंच धान को वापिस ग्रामीणों को सुपुर्द करने की मांग करते हुए घंटो प्रदर्शन किया…वही जल्द ही ग्रामीणों की मांग पर अमल करने का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने अपना धरना समाप्त किया।