रायपुर। कवर्धा में बीते दिनों हुए सांप्रदायिक हिंसा के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी शांत होने के मूड में नहीं है। जगह-जगह सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के बाद बुधवार को भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकारी निवास का रायपुर में घेराव किया।
घेराव के दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पूर-जोर से नारेबाजी की। भाजपा की मांग है कि राज्य सरकार कवर्धा में हुए सांप्रदायिक विवाद की न्यायिक जांच करवाए। इसी के साथ दोषियों पर कार्रवाई और जिन निर्दोष पर कार्रवाई की गई है। उसे वापस लिया जाए। भाजपा नेताओं का मानना है कि धर्म की रक्षा के लिए सामने आये निर्दोष एक वर्ग विशेष पर पुलिस ने कार्रवाई की है। भाजपा का यह भी कहना है कि कुछ पर्यटकों पर जबरदस्ती कार्रवाई की गई है।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा को सीएम हाउस का घेराव करने के बजाय मंदिर में जाकर पश्च्याताप करना चाहिए। कवर्धा में दंगा भडकाने का काम, भाई से भाई को लड़वाने का काम, सांप्रदायिक तनाव करने का पाप भाजपा के माथे में है। दो युवकों के विवाद को सांप्रदायिक दंगे में बदलने का प्रयास भाजपा ने किया। आरएसएस और भाजपा नेताओं ने बाहर से युवकों को बुलाकर वहां पर सांप्रदायिक तनाव को और बढ़ाया और जब कवर्धा शांत हो गया तब प्रदेश के दूसरे इलाके में इस तनाव को बनाने की कोशिश की। इसके अलावा भाजपा नेताओं ने कवर्धा मामले में किसी से भी शांति अपील नहीं की। आज सीएम हाउस का घेराव कर भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह जनहित के मुद्दे के बजाय धर्म की राजनीति करती है।