सरगुजा | जिले में 25 नवम्बर की रात सड़क किनारे डायल 112 के चालक की शव मिलने की घटना को पुलिस ने सुलझा ली है। इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी पिता-पुत्र को पुलिस ने घटना के 12 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। मामला मणिपुर चौकी के सुंदरपुर गांव का है।
जानकारी के मुताबिक़ ड्राइवर की हत्या घर के सामने से नहीं हटने को लेकर हुई थी। बाप-बेटे ने मिलकर टंगिया से वारकर उसकी निर्मम हत्या की थी। पुलिस ने घटना को लेकर कहा 25 नवंबर की रात को ड्राइवर सोनूलाल यादव (25) अपने दोस्त के साथ सुंदरपुर गांव गया हुआ था। उस दौरान उसका दोस्त रमेश नेहरा भी उसके साथ था। दोनों शाम को बाइक से सुंदरपुर गांव पहुंचे थे। इसी दौरान दोनों सुंदरपुर निवासी चौधरी राम के घर के सामने खड़े होकर बातचीत कर रहे थे। तभी चौधरी राम ने दोनों को वहां से जाने को कहा, मगर सोनूलाल और राकेश वहां से नहीं गए।
इसी बात को लेकर आरोपी चौधरी राम और मृतक के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि उसका बेटा शिवभजन टंगिया लेकर आया और पिता चौधरी राम के साथ मिलकर सोनूलाल यादव पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इधर, राकेश नेहरा विवाद बढ़ता देख मौके से भाग निकला।
शुक्रवार की सुबह सुंदरलाल की मौत की सूचना पुलिस को मिली थी। जिसके बाद पुलिस मामले का जांच कर रही थी। जांच के दौरान ही पुलिस को पता चला था कि हत्या में बाप-बेटे दोनों शामिल हैं। जिसके बाद शुक्रवार को ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सरगुजा पुलिस ने शनिवार को मामले का खुलासा किया है।