नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट को शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हैकर्स ने हैक कर तीन मिनट के भीतर दो ट्वीट कर दिए। इससे सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया। ये ट्वीट देर रात करीब 2.11 बजे से 2.15 के बीच किए गए। वहीं इस घटना के बाद से सरकार अब हरकत में आ गई है। अधिकारी अब हैकर्स का पता लगाने के लिए एड़ी चोटी का जोड़ लगा रहे हैं। जानकारी के अनुसार सरकार ने इसकी जांच के लिए खास टीम लगा दी है जो कि लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के जरिए हैकर्स का पता लगाएगी।
जांच के लिए CERT-IN टीम को लगाया गया
सूत्रों के अनुसार हैकर्स का पता लगाने के लिए इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-IN) को लगाया गया है और वह इसके सोर्स का पता लगाने का कोशिश कर रही है। हैकिंग का पता लगाने के लिए यह टीम लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है। CERT-IN केंद्र सरकार की एक विशेष जांच एजेंसी है जो मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी के अंदर काम करती है। इसका काम भारत सरकार की हैकिंग और फिशिंग जैसे गंभीर साइबर खतरों से निपटना है।
ट्विटर ने जारी किया बयान
वहीं अब ट्विटर ने इस घटना पर बयान जारी कर सफाई दी है। ट्विटर स्पोक्स ने कहा कि हमारे पास प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ संचार की 24X7 खुली लाइनें हैं और जैसे ही हमें इस गतिविधि के बारे में पता चला, हमारी टीमों ने प्रभावित अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए। हमारी जांच से पता चला है कि इस समय किसी तरह के खतरे का कोई संकेत नहीं हैं।