BIG Breaking : उत्तरप्रदेश में सपा नेताओं पर गिरी आईटी की गाज, करोडों के घोटाले और टैक्स चोरी का हुआ खुलासा

 

New income tax e-filing portal continues to face technical glitches |  Business Standard News

 

आज सुबह से ही हर तरफ आयकर विभग की कई ठिकानों पर दबिश देने की खबरे आरही रही है. इन सब के बीच अब उत्तरप्रदेश नेताओं और उनके सहयोगियों के घरों में आईटी की टीम ने दबिश दी है. आपको बता दे की आयकर विभाग को करोड़ों रुपए की अघोषित आमदनी का पता चला है. साथ ही समाजवादी पार्टी के नेताओं और कई व्यापारियों के ठिकानों पर करोड़ों रुपए का घपला भी मिला है.

इन ठिकानो पर आईटी की दबिश…

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं और उनके सहयोगियों पर आयकर छापों के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है. अब तक की छापेमारी में 800 करोड़ रुपये के घोटाले और टैक्स चोरी का पता चला है. छापे में समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता और उनके परिजनों के विदेशी टिकटों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं. कुछ ऐसे अकाउंट के बारे में भी जानकारी मिली है, जिसे डिलीट करने की कोशिश की गई. सबसे अहम जानकारी ये मिली है कि अखिलेश यादव के एक करीबी ने नोएडा में एक विवादित जमीन 92 लाख में खरीदी, जबकि बाजार में उसकी कीमत 40 करोड़ रुपए है. छापेमारी में जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं, उनमें जैनेंद्र यादव, राजीव राय, राहुल भसीन और जगत सिंह के नाम शामिल हैं.

 

86 करोड़ की अघोषित आय के प्रमाण का हुआ खुलासा

आयकर विभाग को छापेमारी के दौरान 86 करोड़ की अघोषित आय के प्रमाण मिले हैं. वहीं, 68 करोड़ की अघोषित आय को कुबूल किया गया है. हालांकि अधिकारियों को 150 करोड़ की रकम के इस्तेमाल के कागज़ नहीं मिले हैं. एक अन्य ठिकाने से विभाग को 12 करोड़ का अघोषित निवेश और 3.5 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिली है.

 

फ़र्ज़ी रसीदें-अघोषित निवेश ने टीम को चौंकाया

आयकर विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत देश के करीब 30 ठिकानों पर बड़ी छापेमारी की है. इस दौरान आयकर विभाग को करोड़ों रुपए की अघोषित आमदनी का पता चला है. बताजा जा रहा है कि आयकर विभाग की ये कार्रवाई यूपी के लखनऊ, मैनपुरी और मऊ, बंगाल के कोलकाता, कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू और दिल्ली-एनसीआर के करीब 30 ठिकानों पर हुई है. छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को फ़र्ज़ी रसीदें, अघोषित निवेश, दस्तखत किए गए चैक्स और अघोषित आय के सबूत मिले मिले हैं.