अवैध शराब से गांव का हो रहा है माहौल खराब जनप्रतिनिधि भी हो रहे शराबियों के उपद्रव का शिकार

कुश अग्रवाल की खास रिपोर्ट

अवैध शराब से गांव का हो रहा है माहौल खराब जनप्रतिनिधि भी हो रहे शराबियों के उपद्रव का शिकार


पलारी थाना अंतर्गत आने वाले कई ग्राम जैसे रामपुर खैरी दतान वटगन ओडॉन संदी,ससहा देवसुन्दरा टीला आदि अनेक क्षेत्रों में इन दिनों शराब कोचियों की बाढ़ सी आ गई है गांव गांव में खुलेआम अवैध रूप से शराब की बिक्री गांव के ही कुछ पुरुष एवं महिलाओं के द्वारा की जा रही है शराब कोचियों में पुलिस का जरा भी डर नहीं है। सुबह के 4 बजे से शराब दुकान खुलने के पहले तक हजारों रुपए की अवैध कमाई शराब बेचकर गांव के शराब कोचिये कर रहे है।और ये वही शराब होती है जिसे कोचिये शाशकीय शराब दुकानों से खरीदकर ले जाते है और ऊंचे दामों में बेच रहे है,और ये सब शराब दुकान में काम करने वाले सेल्समेन एवम सुपरवाइजरों की मिलीभगत से हो रहा है। ऐसा नही की इसकी जानकारी विभाग जिम्मेदार अधिकारियों को नही है। लेकिन सब कुछ देख सुन कर भी आंख मूंदे बैठे है।छत्तीसगढ़ में अवैध शराब की बिक्री को लगाम लगाने के लिए छत्तीसगढ़ की पूर्वर्ती सरकार ने एक सख्त कदम उठाया था, इस कदम के अनुसार प्रदेश में शराब बेचने वाली ठेकेदारी व्यवस्था को खत्म किया गया और सरकार खुद आबकारी विभाग के जरिए शराब बेच रही है। यह कदम प्रदेश सहित बलौदा बाजार जिले के तमाम गांवों में उल्टी दिशा में चल रही है। हालात ऐसे हो गए है कि पहले के अपेक्षा अब गांवों में अवैध शराब अधिक बिक रही है। अभी गांव गांव में जयंती मड़ाई, मेला का आयोजन हो रहा है जिसमे क्षेत्र के विधायक मंत्री एवम पूर्व मंत्रियों के अलावा कई बड़े चेहरे रोज किसी न किसी गाँव मे किसी न किसी कार्यक्रम में शामिल हो रहे है । वहां ये देखने को मिलता है अवेद्ध शराब उस ग्राम में बिकने की वजह से उनके कार्यक्रमो में हंगामा होता है,जो ये आम बात हो गई है। अभी कल ही की एक घटना में कसडोल विधानसभा की विधायक एवम छ ग शाशन की संससदीय सचिव सुश्री शकुन्तला साहू बाबा जी की जयंती कार्यक्रम में पलारी विकासखण्ड के सुन्दरावन गांव में मुख्य अतिथि बन कर पहुची थी। जहाँ स्वागत के दौरान शराब पीकर कुछ असामाजिक तत्वो ने सभा स्थल पर पथराव कर दिया जिससे किअन्य गांव की महिला सरपंच एवं विधायक महोदया के सिर पर पत्थर लगा जिससे महिला सरपंच का सिर फट गया एवम गंभीर चोट आई वही एक पत्थर विधायक महोदया के सिर के पीछे भी लगा जिससे विधायक ने बताया कि सिर में पत्थर लगने से असहनीय दर्द होने लगा और वह दर्द से परेशान होकर कार्यक्रम बीच मे ही छोड़कर घर आ कर प्रथमिक उपचार करवाया।व घर मे ही आराम करने लगी।

शराबखोरी-का उदाहरण इससे पता चलता है कि चौक-चौराहें पर खुलेआम शराब की ब्रिकी की जाती है,अवैध शराब की बिक्री से जहां गांव का माहौल खराब हो रहा है, तो वहीं युवा पीढ़ी भी नशे की लत के आदि होते जा रहे है नाम न छापने की शर्त पर गांव के ही कुछ युवाओं सहित बुजुर्गों ने संवाददाता को बताया कि गांव के ही दो तीन महिलाओं सहित कुछ व्यक्तियों द्वारा सुबह से ही शराब की अवैध बिक्री की जाती है। शराब दुकान बंद होने के बाद दुगने तीगुने दाम में शराब की अवैध बिक्री की जाती है जिससे गांव का माहौल खराब हो । इसकी शिकायत कई बार आबकारी विभाग एवम पुलिस एवम प्रशाशन को कर चुके,जिसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नही होने से अवैध शराब विक्रेताओं के हौसले बुलंद है।