असामयिक वर्षा ने किसान और सरकार की बढाई चिंता, कलेक्टरों को तत्काल नुकसान का आंकलन करने के निर्देश

 

रायपुर। प्रदेशभर में जारी बारिश ने पूरे जीवन को तरबतर कर दिया है। मौसम में अचानक आए परिवर्तन ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, तो वहीं सरकार का सिरदर्द भी बन गया है। इस बीच सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश में हुए असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि से फसलों और घरों को हुई क्षति का त्वरित आकलन करने के निर्देश सभी कलेक्टर को दे दिए हैं। उन्होंने संग्रहण केंद्रों में रखे धान को बचाने के लिए कैप कवर लगाने और पानी निकासी की व्यवस्था करने को भी कहा है।

 

दूसरी ओर खाद्य मंत्री वर्षा से हुए का जायजा लेने मंदिर हसौद स्थित धान संग्रहण केंद्र पहुंचे। खाद्य मंत्री ने भीगा हुआ धान देखकर जिम्मेदारों पर भड़क उठे और तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री इस समय उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। प्रदेश में भारी बरसात की सूचना के बाद उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है। उन्होंने वर्षा और ओलावृष्टि से फसलों और घरों को हुई क्षति का तुरंत आंकलन करने के निर्देश सभी कलेक्टर को दिए हैं।

 

उन्होंने कहा है, प्रभावित लोगों को राजस्व नियमों और प्रावधानों के तहत तत्काल आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को वर्षा और ओला वृष्टि से संग्रहण केन्द्रों में रखे धान को बचाने के लिए कैप कवर लगाने और पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। इस बरसात की वजह से प्रदेश भर में धान की कटी हुई फसल, खलिहानों, खरीदी केंद्रों, संग्रहण केंद्रों में रखे धान को भारी नुकसान पहुंचा है। कई क्षेत्रों में प्रशासन सुबह से धान की बोरियों पर कैप कवर लगा रहा है। यह तब है जब मंगलवार दोपहर से रात तक बरसात हो चुकी है। उसमें धान भीगा है। कई केंद्रों पर जलजमाव भी हुआ है।