(रायगढ़ / सत्यजीत घोष)
562 दिनों के सफर के बाद आज पहुंचा खरसिया, होटल स्पाइस आफ पंजाब के संचालक विन्नी सलूजा ने किया स्वागत
खरसिया। मात्र 22 सील की उम्र में जहां युवा अपने कैरियर को तलाशने में लगे होते है वहीं महाराष्ट्र के नागपुर जिले के काटोल का रहने वाला 22 वर्षीय युवक विशाल टेकाडे जिंदगी के खट्टे मीठे और कड़वे अनुभव लेने भारत भ्रमण पर निकला हुआ है। इनसर्च आफ लाईफ अभियान चलाते हुए विशाल बीते 561 दिनों से अपनी साइकिल से छत्तीसगढ़ समेहत 8 राज्यों का भ्रमण करते हुए आज शुक्रवार की सुबह रायपुर से खरसिया पहुंचा। जहां होटल स्पाइस आफ पंजाब के संचालक विन्नी सलूजा ने उनका स्वागत किया गया एवं उनके रहने एवं खाने की व्यवस्था की। विशाल खरसिया से रायगढ़ होते हुए भुवनेश्वर उडीसा एवं वहां से कलकत्ता होते हुए पूर्वोत्तर के सात राज्यों के भ्रमण को निकलेगा।
भारत में कई तरह के लोग होते है। हर व्यक्ति की अपनी एक अलग सोच होती है। कुछ युवा पीढी किताबी ज्ञान प्राप्त करना चाहता है तो कुछ यथार्थ का जीवन जीना चाहते है। लोग जीवन को कैसे जीते है उनकी संस्कृति क्या है, उनका रहन-सहन कैसा है, इन सब बातों को समझने के लिये महाराष्ट्र प्रदेश के नागपुर जिले के काटोल का रहने वाला 22 वर्षीय विशाल टेकाडे भारत भ्रमण पर निकल पड़ा। मीडिया से चर्चा करते हुए विशाल ने बताया कि वह 13 जून 2020 को अपने निवास से भारत भ्रमण के लिये निकला था। विशाल ने बताया कि प्रारंभ में वह अपने घर से मात्र 10 हजार रूपये लेकर तीन महिने में महाराष्ट का भ्रमण कर वापस लौटने के लिये सामान बांधा और निकल पडा। किंतु महाराष्ट्र भ्रमण करने के बाद उसके मन में यह आया कि वह जिदंगी की वास्तविकता को समझना चाहता है और इसी बात को लेकर वह भारत भ्रमण पर निकल पड़ा।
इस दौरान उसे महाराष्ट राज्य में दो बार श्मशान घाट में भी सोना पड़ा। क्योंकि लोग उसे मंदिरों एवं अपने गांवो से भगा देते थे। जिस कारण दो बार श्मशान घाट में अपना रात बिताया किंतु अपने भारत भ्रमण के फैसले पर अडिग रहते हुए महराष्ट्रख् गोवा, कर्नाटक, केरल, तामिलनाडु, तेलंगाना एवं आंध्रप्रदेश का भ्रमण करते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश के जगदलपुर, दतेवाडा, कोडागांव, कांकेर, नारायणपुर, धमतरी रापुर- बलौदाबाजार होते हुए आज 562 वॉं दिन छत्तीसगढ़ का खरसिया पहुंचा जहां होटल स्पाइस आफ पंजाब के संचालक विन्नी सलूजा ने उनका स्वागत किया गया एवं उनके रहने एवं खाने की व्यवस्था की। विशाल खरसिया से रायगढ़ होते हुए भुवनेश्वर उडीसा एवं वहां से कलकत्ता होते हुए पूर्वोत्तर के सात राज्यों के भ्रमण को निकलेगा।
विशाल ने अपने यात्रा को साझा करते हुए बताया कि जब पूरे देश में कोविड-19 का दुसरी लहर चली तब वह केरल के त्रिवेंद्रम के एक होटल में वेटर के रूप में काम करते हुए 2 महिने व्यतीत किया वहीं कोयम्बटूर में उसकी सायकल खराब होने पर वह 600 किलोमीटर पैदल यात्रा करते हुए चेन्नई पहुंचा। विशाल ने बताया कि उसने बीबीए में स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की है तथा त्मइवतद ूपजीपद नामक एक किताब भी लिखी है। उक्त किताब में विशाल ने जीवन के कई आयामों को शामिल किया है। और अपने किताबों में लिखी इन बातों को ही परखने के लिये उसने साइकिल से भारत भ्रमण का विचार किया।