महासमुंद। जिले के पिथौरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बुंदेली में ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का आरोप कि यहां की सरपंच ने सड़क मद की भूमि पर पानी टंकी निर्माण हेतु विधि विरुद्ध प्रस्ताव पारित किया है। इस लिए सरपंच का पद में बने रहना लोक हित मे उचित नही है। सरपंच को धारा 40 पंचायत राज अधिनियम के तहत हटाने की मांग भी की गई है।
दरअसल, ग्राम बुंदेली की सरपंच सुनिता दीवान के खिलाफ ग्रामीण चन्द्रशेखर, सुकलाल एवं नोहर प्रभाकर ने मोर्चा खोला है। इनकी शिकायत है कि ग्राम बुंदेली के शासकीय सड़क मद की भूमि ख. न. 2180 रकबा 0.46 हे। कुछ भाग पर ग्रामीणों का वर्षो पूर्व से मकान बना हुआ है, जिसे सरपंच तोड़ना चाहती है। सरपंच ने उक्त सड़क मद की भूमि का कलेक्टर से मद परिवर्तन कराए बिना ही तथा राजस्व अभिलेख में पानी टँकी हेतु सुरक्षित कराए बीना ही पद का दुरुपयोग करते हुए पानी टँकी बनाने का प्रस्ताव पारित किया है।
जबकि नियम यह है कि शासकीय प्रयोजन में उपयोग आने वाली किसी भी शासकीय भूमि को धारा 237 छ ग भूरा संहिता के तहत कलेक्टर द्वारा मद परिवर्तन कर राजस्व अभिलेखो में सुरक्षित किया जाता है इस नियम का पालन सरपंच ने नही किया है। ग्रामीणों की उपरोक्त शिकायत को एसडीएम पिथौरा ऋतु हेमनानी ने गंभीरता से लिया और सरपंच के विरुद्ध तत्काल धारा 40 पंचायत राज अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए सरपंच सुनीता को कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दिया है।