आलोक मिश्रा स्टेटहेड
जब जिले में हर छोटे-बड़े काम को हर छोटी बड़ी कार्यवाही को जिला मुख्यालय में बैठकर अपने सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर अगर एसपी को ही कार्यवाही करनी है तो जिले में बैठे थाना प्रभारी और चौकी प्रभारियों का क्या काम है।
जी हां हम बात कर रहे हैं बलौदा बाजार जिले की जहां हर छोटी बड़ी कार्यवाही मुख्यालय में बैठे एसपी दीपक झा द्वारा दिन-रात निर्देशित कर अपनी टीम के द्वारा कार्यवाही कराई जाती है वही जिले के अधिकांश थाना और चौकी प्रभारी द्वारा उनके क्षेत्रों में हो रहे अपराधों को किन कारणों से नजर अंदाज किया जाता है यह एक बड़ा सवाल है या हम कहें कि यह अपराध उनकी जानकारी या उनके संरक्षण में चल रहा है तो कहना गलत नहीं होगा। जिले में अवैध शराब की बाढ़ सी आ गई है जिसे रोकने में पुलिस नाकाम हो रही है वही अपराधी भी पुलिस की किन कमजोरियों की वजह से निरंकुश हो रहे हैं इस बात का मंथन जिले के एसपी जिनकी छवि साफ-सुथरी और स्वच्छ है ।को बिना किसी व्यक्ति विशेष के प्रति लगाव रखते हुए पुलिसिंग को और बेहतर बनाने के लिए निर्णय लेना होगा ।तभी जाकर निरंकुश अपराधियों के मन मैं पुलिस का भय और अस्तित्व वापस समझ में आएगा। जब जिले के सभी अधिकारी दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए अपने बड़े अधिकारियों को खुश करने में लगे थे। तो वही एसपी दीपक झा और उनकी स्पेशल साइबर सेल की टीम ने लगातार दिन रात एक कर अवैध शराब पकड़ने वाले बड़े-बड़े माफियाओं को अपनी गिरफ्त में लेकर शिकंजा कसा ।जिनके क्षेत्र में आज तक किसी भी पुलिस वाले की घुसने की हिम्मत नहीं हुई उस तेलासी गांव में अपनी टीम के साथ जाकर एमपी की अवैध शराब के साथ आरोपियों को पुलिस ने घेरा ।साइबर टीम से बचने के लिए माफियाओं ने गांव में चल रहे जुआ के बीच में जाकर छिपने की कोशिश की जिसे घेर कर एसपी की स्पेशल टीम ने पकड़ने की कोशिश की ।साइबर टीम को देखकर शराब माफिया भागने लगे जिन्हें दौड़ाकर पकड़ा गया बाद में उन्हीं माफियाओं के द्वारा जिनके द्वारा लंबे समय से अवैध शराब का कारोबार किया जाता रहा है ने कार्यवाही कर रही एसपी की साइबर टीम पर ही मनगढ़ंत आरोप लगाने शुरू कर दिए ।जिले में हर थाने और चौकी में मौजूद जयचंद की वजह से ही आज अपराधियों के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं जो कार्यवाही करने के पहले ही अपराधियों तक कार्यवाही की खबरों को पहुंचा देते हैं।
अगर हम बात करें जिले के पुलिस अधीक्षक की स्पेशल साइबर टीम की तो एसपी के निर्देश पर 15 दिन पूर्व सिमगा थाना क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी गई थी जिसके तार भाटापारा ग्रामीण थाना पलारी थाना क्षेत्र और लवन पुलिस चौकी के मरदा गांव से जुड़े हैं जहां पर बड़ी मात्रा में पकड़ी गई।
वही अगर हम लवन की बात करें तो कल शाम गोवर्धन पूजा के बीच में हजारों की संख्या में मना रहे ग्रामीणों के बीच अपराधियों ने खुलकर गैंगवार का प्रदर्शन करते हुए जमकर मारपीट और चाकू का प्रदर्शन खुलेआम किया मजे की बात यह है की लवन पुलिस हजारों की भीड़ की सुरक्षा को लेकर गोवर्धन पूजा स्थल पर देखने की जहमत तक नहीं उठाई बाद में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चौकी में मौजूद सभी पुलिसकर्मी पूजा स्थल पर पहुंचे जब तक अपराधियों के द्वारा गैंगवार का खुला प्रदर्शन कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया था जिसका वीडियो वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने बनाया।
सवाल –
– एसपी दीपक झा की साफ-सुथरी और ईमानदार छवि को दागदार करने वाले थाना और चौकी प्रभारियों पर वह क्या कार्यवाही करते हैं।
– जिन क्षेत्रों पर अपराध ज्यादा है उन क्षेत्रों पर पुराने और अनुभवी प्रभारियों की ज्यादा आवश्यकता है जिनके प्रति अपराधियों के मन में पुलिस का खौफ हो ।
– आम जनता के बीच पुलिस की छवि निष्पक्ष एवं साफ-सुथरी होनी चाहिए ना कि अपराधियों के मित्र की। जिससे आम जनता का पुलिस पर से विश्वास उठ जाए।
– क्या जो माफियाओं और अपराधियों पर कार्यवाही करने का साहस रखता है विभाग उन्हीं पर शिकंजा कसेगा तो अपराधियों के हौसले निश्चित रूप से बुलंद होंगे।
– दीपावली के समय लवन में चोरी की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है लेकिन कितने लोगों पुलिस पर विश्वास है और कितनी चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
– जिन क्षेत्रों में एसपी दीपक झा कि साइबर सेल की टीम आकर छापा मारकर अवैध शराब व अन्य अपराधों में लिप्त अपराधियों को पकड़ती है तो उन क्षेत्र के थाना और चौकी प्रभारियों का वहां पर बैठने का क्या मतलब है।
— अंत मे जनता की अपेक्षा SP से ––
– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा निर्देश को और अपनी साफ-सुथरी ईमानदार छवि वाले एसपी दीपक झा को अपने आसपास और जिले में बैठे उन तमाम जयचंद लोगों पर कसावट लाते हुए कार्यवाही करने की आवश्यकता है जिसके चलते उनकी साफ-सुथरी छवि पर कोई दाग न लगे और आम जनता का पुलिस पर विश्वास बना रहे।