आलोक मिश्रा स्टेट हेड
बलौदा बाजार जिले में अवैध रेत खनन का कारोबार खुले खुलेआम चल रहा है जबकि प्रशासन द्वारा इस पर लगातार कार्यवाही भी बीच-बीच में की जाती है इसके बाद भी रेत माफियाओं हौसले बुलंद बने हुए हैं लगातार 24 घंटे रेत के अवैध उत्खनन से राजस्व के साथ-साथ पर्यावरण को भी भारी मात्रा में नुकसान हो रहा है।
कुछ घाटों पर जो लवन के आसपास है जिनमे 45 से 50 ट्रैक्टरों के माध्यम से लगातार रोज प्रति ट्रैक्टर 10 ट्रिप रेत के हिसाब से माफियाओं को देते हैं ।एक डंपर में अगर 10 ट्रैक्टर रेत लोड होता है तो 45 ×10 ट्रैक्टर के प्रति दिन हिसाब से 45 ट्रक रेत प्रति दिन । और यह माफिया इस रेत को ₹15000 के रेट पर बिना रॉयल्टी के डंपर वालों को बेचते हैं।
बलौदा बाजार के कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर बीच-बीच में इस अवैध रेट के कारोबार पर कार्यवाही होती रही है लेकिन कलेक्टर के निर्देश के बावजूद उनके अधीनस्थ लोगों के द्वारा महज खाना पूर्ति कर अपने कर्तव्य से इति श्री कर ली जाती है। अधिकारियों के इस रवैया के कारण ही प्रशासन की कमजोरी निगरानी और अवैध रेत कारोबारीके बीच मिली भगत को भी उजागर करती है।
आपको बता दें की छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में अवैध रेत खनन और परिवहन की समस्या थमने का नाम ही नहीं ले रही है। बलोदा बाजार जिले के विभिन्न इलाकों में रेत माफियाओं द्वारा खुलेआम नदियों से रेत का अवैध खनन किया जा रहा है और इसे पुलिस और प्रशासन की लगातार कार्यवाही के बावजूद नियंत्रित नहीं किया जा सका है। क्या वजह हो सकती है जिसके चलते यह खनन और परिवहन नियंत्रित नहीं किया जा सका है। यह आप आप खुद ही समझ सकते हैं।
प्रशासन के नाक के नीचे रेत माफियाओ की सक्रियता जारी है
जिले की प्रमुख नदियां जैसे महानदी शिवनाथ नदी आदि नदियों से तुरमा रामपुर कटगी चांगोरी में रेट माफिया का अवैध खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है खासकर तुरमा चांगोरी आदि जगहों पर दिन-रात रेत का अवैध खनन जारी है धुआंधार हो रहे अवैध खनन से पर्यावरण के साथ-साथ जल स्रोतों की सुरक्षा भी खतरे में पढ़ रही है।
तुरमा रेत घाट
हालांकि कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासन और पुलिस ने अवैध खनन के खिलाफ कई बार कार्यवाही की है कई ट्रैक्टर और डंपर को जप्त भी किया है फिर भी रेट माफिया अपनी गतिविधियों से बाज नहीं आ रहे हैं बताया जाता है कि रेट माफिया बड़े पैमाने पर रेत की तस्करी कर रहे हैं और यह रेत आमतौर पर अन्य जिलों में सप्लाई की जा रही है जिससे अवैध रेत खनन का व्यापार फल फूल रहा है।
इस अवैध रेत खनन के कारोबार में बड़ी कार्यवाही न करने के एवज में कुछ अधिकारियों तक मलाई भी पहुंचाई जाती है जिसके चलते इन रेत माफियाओं के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं ।