दुर्ग – रवि ठाकुर
मोती और माला के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह पुलिस की गिरफ्त में
मोती लेकर जाइए और उसके माला पिरो कर ले आइए जमा कराने पर आपको 3500 ₹ दिया जाएगा और सदस्यता ग्रहण करने के पहले 2500 ₹ रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करना होगा ये काम 3 साल तक चलता रहेगा कंपनी ने 5000 से ज्यादा महिलाओं से 2500 ₹ रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा कराए और तथाकथित ऑफिस से काला मोती और धागा दे दिया महिलाएं भी ₹1000 ऊपर मिलने के लालच में मोती माला गुथने में लग गई।
लेकिन जब मोतीयो की माला बनाकर जमा करने की बारी आई तो कंपनी के दफ्तर में ताला लगा था कंपनी रफूचक्कर हो चुकी थी.। यकीन मानिए यह कोई फिल्मी कहानी नहीं है यह छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में घटने वाली एक ऐसी घटना है जिसे सुनकर आपको लगेगा कि पर्दे पर कोई फिल्म चल रही है कुछ साल पहले एक फ़िल्म आई थी हेराफेरी जिसमे 25 दिन में पैसे डबल करने की योजना को लेकर शातिर ठग करोड़ो ₹ लेकर रफ्फूचक्कर हो जाते है ऐसे ही ठगी का मामला दुर्ग में सामने आया है जहाँ मोती और माला पिरोने के नाम पर छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में करोड़ों रुपए की ठगी की गई ठगी करने के बाद आरोपी उत्तर प्रदेश के बनारस और बिहार के पटना के लिए फरार हो गया।
लेकिन दुर्ग पुलिस ने उसके बाद एक विशेष टीम का गठन किया टीम ने कंपनी के दस्तावेज खंगाले और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से आरोपियों तक पहुंच गई जिसमें मास्टरमाइंड सोनी को मारा और उसके संचालक गिरफ्तार कर लिया गया दरअसल दुर्ग के सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत इंदिरा मार्केट में एक कंपनी खोली जिसका नाम था होमग्रोन कॉरपोरेशन कंपनी का यह दावा था कि काले मोती और काला धागा कंपनी महिलाओं को देती थी और महिलाओं से कहती थी कि वे अपने घर जाकर इसके माला भूत कर ले आए मोती और माला के एवज में उनसे ₹2500 रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जाता था और जब भी माला बनाकर वापस करती है तो उन्हें ₹3500 दिए जाते हैं इस तरह होमग्रोन कॉरपोरेशन बकायदा महिलाओं के साथ एग्रीमेंट कराती धीरे-धीरे सिलसिला चलता रहा लेकिन 19 जनवरी 2023 को जब महिलाएं मोती की माला लेकर होमग्रोन कॉरपोरेशन के ऑफिस पहुँची तो ऑफिस का बोर्ड गायब था और ऑफिस में ताला लगा था जिसके बाद महिलाओं को समझ आ गया कि वे सभी ठगी का शिकार हुई है महिलाओं ने जमकर हंगामा किया और तत्काल सिटी कोतवाली थाने पहुंचकर सैकड़ो महिलाओं ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई शिकायत मिलने के बाद दुर्ग पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया
और कंपनी के मोबाइल नंबर,बैंक अकाउंट,लायसेंस सहित तमाम दस्तावेजो की जानकारियां एकत्र की मोबाइल नंबर,बैंक खाता स्टेटमेंट संबंधित सभी जानकारियों का तकनीकी सहायता से अवलोकन किया गया जिसके बाद तमाम तरह की जानकारियां पुलिस को मिले पुलिस ने एक विशेष टीम बनाकर बनारस और पटना रवाना किया और वहां से आरोपियों को धर दबोचा आरोपियों आरोपियो ने दो करोड़ से ज्यादा की ठगी की थी वही जब पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी इसी तरह से ठगी कर चुके हैं आरोपियों के पास से 1 लाख 64500 ₹ नगद और महिंद्रा थार पुलिस ने जप्त की है.।