कोरबा। जिले की पुलिस टीम को एक सफलता हाथ लगी है। जिसमें पुलिस ने राजमागर क्षेत्र में 22 अक्टूबर को हुए युवक की हत्या मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस गिरफ्तारी के बाद कई चौकाने वाले राज सामने आए हैं। पुलिस ने एक आर्मी जवान और उसके तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया है। ये चारों एक मर्डर की प्लानिंग और एक बेगुनाह की जान लेने के मामले में शामिल हैं। आर्मी जवान का नाम संजीव उर्फ संजू साहू बताया गया है। हत्या की वारदात में इसका साथ देने वाले दोस्त पालेश्वर दास मानिकपुरी, मंगल दास महंत और चंद्रादास उदास है।
दरअसल, 22 अक्टूबर को करुमौहा गांव के बाहर जंगल के पास कुलदीप बंजारे की लाश मिली थी। कुलदीप पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। खून से लथपथ लाश को देखकर पुलिस को ये बात समझ आई थी कि किसी प्लानिंग के तहत ये कांड किया गया मगर करीब एक महीने तक ये पता ही नहीं लग पाया कि आखिर इस हत्याकांड के पीछे कौन लोग शामिल हैं। पुलिस का फोकस इस बात पर था कि कुलदीप को किसी ने रुपयों के लेन, देन, पुराने झगड़े का बदला लेने मारा होगा। मगर कुछ दिन पहले पुलिस को एक इनपुट मिला जिससे सारा केस खुलकर सामने आया।
जांच में जुटी पुलिस टीम को पता चला कि तीन लोग बाइक में सवार होकर अक्सर कुलदीप के पास आया करते थे। वो उससे बातें किया करते थे। घटना से पहले भी गांव के लोगों ने तीन नकाबपोश लोगों को कुलदीप से बातें करते देखा। पुलिस अब तीन युवकों की तलाश में जुटी। उनके आने-जाने के रास्तों में लगे CCTV कैमरों को खंगाला गया। पुलिस ने युवकों की पहचान की और पकड़ लिया। ये तीनों इस पूरे केस के मास्टर माइंड संजीव के दोस्त थे।
गिरफ्तार किए गए पालेश्वर दास मानिकपुरी, मंगल दास महंत और चंद्रादास उदास ने पुलिस को बताया कि ये हत्या उन्होने अपने दोस्त संजीव के कहने पर की। संजीव ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए इन्हें 2 लाख 30 हजार रुपए दिए थे। दरअसल भारतीय सेना में जवान संजीव जिस लड़की से प्यार करता था वो कुलदीप की पत्नी बन चुकी थी। घर वालों के राजी न होने की वजह से उसकी शादी कुलदीप से हुई। संजीव शादी के बाद भी अपनी माशूका से बातें करता था।