मौसम अलर्ट : Chhattisgadh समेत कई राज्यों में बरसेंगे बदरा, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, इन ईलाकों में होगी भारी बारिश

नेशनल डेस्क। देश और प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज दिख रहा है। आज सुबह से ही राजधानी रायपुर समेत कई हिस्सों बूंदाबादी देखने को मिला है। वहीं भारतीय मौसम वैज्ञानिकों ने कई राज्यों में बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा कई राज्यों में बर्फबारी और बिजली गिरने की भी आशंका जताई है। मौसम विभाग की मानें तो तमिलनाडु और केरल में अगले पांच दिनों तक मध्यम बारिश होने की संभावना है।

 

आपको बताते चलें कि दो लगातार कमजोर पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव में, अगले पांच दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में भी हल्की बारिश या बर्फबारी होने की संभावना है। वहीं उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी हल्की वर्षा देखी जा सकती है। इसके अलावा, अगले दो दिनों तक लक्षद्वीप द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में 18 से 20 फरवरी तक और उत्तराखंड में 20 फरवरी को हल्की बारिश या बर्फबारी होगी।

 

निचले क्षोभमंडल स्तरों पर भूमध्यरेखीय हिंद महासागर, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अंडमान सागर पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत, अगले तीन दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीपों पर गरज के साथ व्यापक वर्षा/बिजली गिरने की संभावना है और उसके बाद कम हो जाएगी। अगले 24 घंटों के दौरान द्वीपों पर भी भारी बारिश की संभावना है। गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखंड में 20 फरवरी को अलग-अलग हल्की वर्षा होने की संभावना है। मध्य प्रदेश में 18 और 19 फरवरी को और छत्तीसगढ़ में 19 और 20 फरवरी को मौसम की

 

ठंड की स्थिति के संदर्भ में, अगले पांच दिनों के दौरान गुजरात, महाराष्ट्र और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 3-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव की उम्मीद नहीं है। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों की बुधवार की सुबह धूप खिली और अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हल्के कोहरे के साथ आसमान मुख्य रूप से साफ रहा। आईएमडी ने कहा कि न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से दो डिग्री कम है।