राजस्थान। प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट में चल रही तनातनी के बीच कांग्रेस आलाकमान ने मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को मंजूरी देते हुए फार्मूला भी तय कर दिया है। इसके बाद शनिवार को सभी मंत्रियों ने इस्तीफे दे दिए। अब राजस्थान में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पुनर्गठन किया जाएगा। रविवार शाम चार बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा । राज्यपाल कलराज मिश्र 15 मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे । इनमें 11 कैबिनेट और 4 राज्यमंत्री होंगे।
नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सीएम गहलोत ने शनिवार को ही राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की । शनिवार शाम को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रियों के इस्तीफे दिए जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। अब जिन्हें मंत्रिमंडल में रखा जाना है, उनके इस्तीफे अस्वीकार कर दिए जाएंगे और जिन्हें बाहर किया जाना है, उनके स्वीकार।
गौरतलब है कि एक दिन पहले शुक्रवार को ही कांग्रेस आलाकमान के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री डा.रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के इस्तीफे स्वीकार कर लिए थे। संगठन के कार्य के चलते उक्त तीनों मंत्रियों ने इस्तीफे दिए थे।
11 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री लेंगे शपथ
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी सूची के अनुसार कैबिनेट मंत्री के रूप में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल व शकुंतला रावत को शपथ दिलाई जाएगी। वहीं, विधायक जाहिदा खान, बृजेंद्र सिंह ओला, राजेंद्र गुढ़ा व मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी।