नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत में आज हर 10 दिन में एक नया यूनिकॉर्न स्टार्टअप खड़ा हो रहा है, देश स्टार्टअप क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर रहा है और यहां की स्टार्टअप कंपनियां वैश्विक समस्याओं का समाधान प्रस्तुत कर रही हैं।
मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में देशवासियों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत की विकास गाथा का यह नया मोड़ है। पहले युवकों को नौकरी के लिए प्रेरित किया जाता था और आज अपना रोजगार शुरू करने वालों को सराहना और प्रोत्साहन मिल रहा है।
मोदी ने कहा कि उनकी पहली सरकार आने के समय देश में 9-10 यूनिकॉर्न हुआ करते थे। यूनिकॉर्न ऐसी स्टार्टअप कंपनी को कहा जाता है, जिन का मूल्यांकन एक अरब डॉलर या 7000 करोड़ रुपए से कुछ ज्यादा होता है।
उन्होंने कहा कि भारत यूनिकॉर्न के क्षेत्र में आज दुनिया में तेज उड़ान भर रहा है और एक रिपोर्ट के अनुसार देश में इस समय 70 से अधिक स्टार्टअप यूनिकॉर्न की श्रेणी में आ गए हैं। दुनिया का ध्यान इस ओर गया है। यूनिकॉर्न के क्षेत्र में भारत निवेश को आकर्षित कर रहा है तथा देश के युवा वैश्विक समस्याओं के समाधान में योगदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यूनिकॉर्न के क्षेत्र में भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है। आज चारों तरफ स्टार्टअप की चर्चा है । अब छोटे-छोटे शहरों में भी स्टार्टअप कंपनियां खड़ी हो रही हैं। पहले जब कोई युवा अपना काम शुरू करने की बात करता था तो बड़े बुजुर्ग उसे नौकरी की सलाह देते थे और कहते थे कि नौकरी में आराम है, पैसा है, लेकिन आज अपना काम शुरू करने वालों को उनके परिवार और समाज से प्रोत्साहन मिलता है तथा सहायता मिलती है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने मयूर नाम के एक युवा उद्यमी से बातचीत की, जिसने पढ़ते हुए अपनी मोटरसाइकिल का माइलेज बढ़ाने और और वाहन प्रदूषण कम करने की प्रौद्योगिकी के विकास पर काम किया। आज वह अपने साथियों के साथ प्रौद्योगिकी का विकास कर चुका है।
मयूर ने मोदी को बताया कि उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर जो फिल्टर प्रौद्योगिकी विकसित की है, उससे मोटरसाइकिल का एवरेज 25 किलोमीटर प्रति लीटर से बढ़कर 39 किलोमीटर प्रति लीटर तक पहुंच गया और कार्बन उत्सर्जन में 40 प्रतिशत की कमी आई है। इस प्रौद्योगिकी का प्रयोग उसने सरकारी बसों में किया है।
मयूर ने प्रधानमंत्री के सवालों के जवाब में कहा कि बसों में उत्सर्जन में 35 से 40 प्रतिशत की कमी देखी गई है और ईंधन में भी 10 प्रतिशत की बचत हुई है। उसने इस प्रौद्योगिकी का पेटेंट कराने के लिए आवेदन कर रखा है और उसे उम्मीद है कि पेटेंट जल्दी मिल जाएगा। उद्यमी ने बताया कि उसे नीति आयोग की अटल इंडिया चैलेंज योजना के तहत अनुदान प्राप्त हुआ है।
मोदी ने कहा कि आज भारत में स्टार्टअप का वातावरण बना है और युवा नौकरी खोजने की जगह, नौकरी देने वाले बन रहे हैं। भारत में आर्थिक वृद्धि की कहानी आज एक निर्णायक मोड़ ले रही है। इससे दुनिया में भारत का प्रभाव बढ़ा है।