रायपुर। राजधानी में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कांग्रेस पार्टी और पार्टी बदलाव को लेकर अपनी मंशा जाहिर की। छत्तीसगढ़ राजनीति के भीतर ये कयास लगाए जा रहे थे कि स्वास्थ्य मंत्री आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इस दौरान उन्होंने कई विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी।
पार्टी बदलाव को लेकर सिंह देव का बड़ा बयान
मैं पहले भी कह चुका हूं की बीजेपी में मैं कभी नहीं जाऊंगा। पत्रकार ने स्वास्थ्य मंत्री से जब सवाल किया कि आप कांग्रेस में नहीं रहेंगे तो आप क्या करेंगे तो इसका उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी में नहीं जाऊँगा। मेरे परिवार की पांच पीढ़ियां कांग्रेस के साथ आजादी के पहले से जुडी रही और मेरे लिए कांग्रेस के बाहर सोचना बहुत ही कठिन है। मुझे ऐसी राजनीति में नहीं रहना जहां जिस दल से मेरे वैचारिक रूप से कदम कदम पर मतभेद रहे हैं ऐसे में वहां जा कर विधायक, मंत्री या जान प्रतिनिधि के रूप में काम नहीं कर सकता। कांग्रेस के बाहर सोचना मेरे लिए सोचना इम्पॉसिबल है। वैचारिक रूप से मेरे कदम कदम पर मतभेद रहे हैं ऐसे में वह जा कर विधायक बनना असंभव है।
हाईकमान जल्द लेने वाली है फैसला
सिंहदेव ने आगे कहा, चुनाव जीतने के बाद हम चार लोगों को दिल्ली बुलाया गया, हाईकमान के द्वरा संभावना के तौर पर यह कहा गया कि यह चेंज हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ने ढाई साल वाली बात को लेकर कहा कि ये तो अब पूरा हो गया लेकिन अब ज्यादा देर नहीं है। बहुत जल्द हाईकमान यह फैसला लेने वाली है। कितने लोगों को हमने देखा की आये और चले गए। इतिहास गवाह है आज कांग्रेस के पास 50 सांसद हैं किसी दिन bjp के पास 2 सांसद हुआ करते थे।
आदमी पार्टी को लेकर कहा, बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होगा मुकाबला
उन्होंने आम आदमी पार्टी को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी को आज एक विकल्प के रूप में स्वीकार करना मुश्किल है। पंजाब की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी वहां एक विकल्प के रूप थी, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी ही बड़ी पार्टी है और इसी के बीच मुकाबला रहेगा। उन्होंने बताया कि आलाकमान में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से लगातार बात होती रहती है।
धरने को लेकर : प्रदेश में लगातार अलग-अलग विभागों के द्वारा धरने पर उन्होंने कहा कि धरने-आंदोलन और बढ़ेंगे। जैसे जैसे चुनाव आते हैं यह धरना बढ़ता ही जाता है, अभी तो काफी कम है, अभी और बढ़ेंगे।
शराब बंदी कठिन फैसलों में से एक
शराब बंदी को लेकर उन्होंने कहा कहा कि ये कठिन फैसलों में से एक फैसला है। ट्राइबल एरिया में शराबबंदी नहीं हो सकती। अन्य क्षेत्रों में देख लीजिए इस प्रकार मैंने सीएम से कहा, यह कठिन निर्णय है जिसे घोषणा पत्र में शामिल किया गया, क्रियान्वयन करना उतना ही मुश्किल है।