ऊंची उड़ान वाले दावेदारों की कट सकती है टिकट…

राजनीति का खेल/ आलोक मिश्रा

राजनीति का नशा बड़ी ही अजीब चीज है । सत्ताशीन दलों के मंत्री और विधायक, चुनाव में जीत मिलते ही आकाश से ऊपर उड़ने लगते हैं और अपनी पार्टी सदस्यों और जनता को मूर्ख समझने लगते हैं । वो ये भ्रम पाल लेते हैं कि अब उनको सत्ता से कभी कोई हटा नहीं सकता । लोकतंत्र की राजनीति में कोई हमेशा के लिए स्थापित हो सकता है क्या। जिस जनता की बदौलत यह इस मुकाम तक पहुंचाते हैं उन्हें ही यह यह मूर्ख समझने लगते हैं सत्ता की कुर्सी से उतरने का बड़े बड़े राष्ट्रीय नेता ये स्वाद चख चुके हैं ।

पिछले 5 सालों में अचानक से सत्ता का हिस्सा बने, कांग्रेस के अनेक मंत्री/विधायक अपने इसी भ्रम के चलते, अब अपनी सीटों से भी हाथ धोने वाले हैं । ना जनता के बीच जाना, ना उनकी परेशानियों को समझना और ना ही किसी से प्यार, स्नेह से मेल मुलाकात करना । कोई काम नहीं करना है तो सीधे मुखिया पर तोहमत लगा देते हैं कि उनके पास हमारी कोई सुनवाई नहीं है ।

इन्हीं सब ऊँची उड़ान से आज वो दोबारा पार्टी की टिकट के मोहताज हो रहे हैं । सूत्रों के हवाले से आज हम आपको बता रहे हैं कि कांग्रेस इन विधायकों की टिकट काट सकती है ।

1. विनय जायसवाल, मनेंद्रगढ़

2. गुरुदयाल बंजारे, नवागढ़

3. शकुंतला साहू, कसडोल

4. चंद्रदेव राय, बिलाईगढ

5. राजमन बेंजाम, चित्रकोट

6. ममता चंद्राकर, पंडरिया

7. शिशुपाल शोरी, कांकेर

8. रश्मि सिंह, तखतपुर

9. प्रेमसाय टेकाम, प्रतापपुर

10. भुनेश्वर बघेल, डोंगरगढ़

11. रेखचंद जैन, जगदलपुर

12. वृहस्पत सिंह, रामानुजगंज

13. किस्मतलाल नंद, सरायपाली

14. देहूति कर्मा, दंतेवाड़ा

15. मोहित केरकेट्टा, पाली तानखार

16. विनोद चंद्राकर, महासमुंद

17. खेलसाय सिंह, प्रेमनगर

18. यू डी मिंज, कुनकुरी

19. कुंवर निषाद, गुंडरदेही

20. चक्रधर सिदार, लैलूंगा