रावघाट लौह खनन के विरोध में उतरे हजारों ग्रामीण पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, इधर पूर्व मुख्यमंत्री ने लाठीचार्ज को बताया शर्मनाक…

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में रावघाट लौह खदान के विरोध में हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट का घेराव किया। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने केलेक्टर कार्यालय का मेन गेट तोड़कर परिसर में घुसने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया। इस लाठीचार्ज में करीब 25 से 30 ग्रामीण घायल हो गए हैं।

डॉ. रमन सिंह ने कहा :
नारायणपुर में हुए लाठीचार्ज के मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बयान जारी किया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस लाठीचार्ज को शर्मनाक बताया है। वहीं राज्यसभा सांसद तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम ने पुलिस लाठी चार्ज की कड़ी निंदा की है।

भाजपा करेगी संघर्ष :
वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि सत्ता हासिल करने के बाद कांग्रेस ने कभी उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया है। विष्णु देव साय ने कहा कि भाजपा का प्रतिनिधिमंडल आदिवासियों के बीच जाएगा और इस मामले में आदिवासियों के साथ भाजपा संघर्ष करेगी।

ये है पूरा मामला :
आपको बताते चलें कि पिछले काफी समय से आसपास के ग्रामीण रावघाट लोहा खदान, बीएसपी (भिलाई स्टील प्लांट) के साथ-साथ देव माइनिंग कंपनी का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि देव माइनिंग और बीएसपी कंपनी हमारी मांगों का नजरअंदाज कर रही है और चोरी छुपे लौह अयस्क रात के समय 12:00 बजे के बाद निकालती है। बीते कल ग्रामीण आदिवासियों का आंदोलन इतना उग्र था की पुलिस बैरिकेड भी काम न आ सका। इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के मध्य आपसी बल प्रयोग से लाठीचार्ज किया गया, जिसमें लगभग 25 से 30 ग्रामीण जख्मी हुए।