रायपुर। छत्तीसगढ़ में शनिवार से जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी ड्यूटी का बहिष्कार आंदोलन में है और इनका हड़ताल रविवार को दूसरे दिन भी जारी है। जल्द नीट पीजी की काउंसलिंग पर केंद्र सरकार ने फैसला नहीं लिया तो सोमवार से ऑपरेशन थिएटर (ओटी) और इमरजेंसी सेवाएं पर अपनी उपस्थिति नहीं दर्ज कर जूनियर डॉक्टर इससे भी बाधित कर सकते है।
पिछले डेढ़ साल से नीट पीजी की काउंसलिंग पूरे देश में नहीं हुई है और न ही किसी भी कॉलेज में मेडिकल छात्रों का दाखिला। ऐसे में काम का बोझ जूनियर डॉक्टर पर बढ़ गया है और इस वजह से उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है। लिहाजा नीट पीजी की काउंसलिंग के लिए जूनियर डॉक्टरों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जूनियर डॉक्टर के इस आंदोलन को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी अपना समर्थन देते हुए उनकी मांग को जायज ठहराया है।
रायपुर में स्थित सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में 400 से अधिक जूनियर डॉक्टर काम बंद कर हड़ताल में है। इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों के भी जूनियर डॉक्टर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नीट पीजी की काउंसलिंग की मांग कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर के हड़ताल से मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताली जूनियर डॉक्टर ने तोपचंद डॉट कॉम को बताया है कि फेडरेशन ऑफ़ रेसिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (FORDA) की आज मीटिंग है। मीटिंग में आगे की रणनीति बनाई जाएगी। इसके बाद तय होगा कल से ओटी और इमरजेंसी सेवाएं बंद होगी या नहीं।