‘ओमिक्रॉन’ के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ली समीक्षा बैठक

रायपुर। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन; के बढ़ते खतरे को देखते हुए और तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए कहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- “सभी 28 जिलों में कम से कम कोरोना टेस्ट हर दिए किए जाने चाहिए, ताकि कोरोना पॉजिटिव की पहचान वक्त रहते की जा सके।“

 

उन्होंने आगे कहा कि जांच की संख्या में आरटीपीसीआर टेस्ट भी अधिक मात्रा में किए जाने चाहिए। नवा रायपुर के व्यापम भवन में प्रदेश के सभी सीएमएचओ, संभागीय ज्वाइंट डायरेक्टर, डायरेक्टर, सिविल सर्जन की संयुक्त बैठक ली। उन्होंने सभी जिलों में कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों का जायजा भी लिया। जिलों में कोरोना के इलाज के लिए उपकरणों की क्या स्थिति है, उपकरणों की साप्ताहिक जांच, बीते एक माह में आरटीपीसीआर टेस्ट कितने किए गए आदि जानकारियां विस्तार से ली। उन्होंने आक्सीजन प्लांट, अस्पतालों में फ्लो मीटर की उपलब्धता का भी रिव्यू किया।

 

इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों खासतौर पर मातृ शिशु स्वास्थ्य पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से नॉन कोविड बीमारियों से जुड़े जो भी विषय पीछे छूट गए हैं उन पर फोकस बढ़ाना चाहिए। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, नवजात बच्चों का डेथ आडिट, एसएनसीयू का डेली रिव्यू करने के लिए निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने नेशनल क्वालिटी एसयोरेन्स स्टैंडर्ड यानी एनक्यूएएस में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों और अस्पताल को सर्टिफिकेट भी दिया।