रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज कांकेर जिले के तहसील मुख्यालय चारामा में आयोजित राजीव मितान क्लब सदस्य एवं महिला शक्ति सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर उनके द्वारा 183 करोड़ 06 लाख रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया, इनमें 64 करोड़ 22 लाख रूपए के 35 विकास कार्यों का भूमिपूजन तथा 118 करोड़ 84 लाख रूपए के 40 कार्यों का लोकार्पण शामिल हैं। उन्होंने इस अवसर पर लखनपुरी को उप तहसील का दर्जा प्रदान करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम में भानुप्रतापपुर, दुर्गूकोंदल एवं चारामा विकासखण्ड में कुल 14 नग खाद गोदाम भवन निर्माण के लिए 02 करोड़ 80 लाख रूपए तथा इन तीनों विकासखण्डों में 62 देवगुड़ी निर्माण हेतु 03 करोड़ 41 लाख रूपए एवं 24 घोटुल निर्माण के लिए 02 करोड़ 64 लाख रूपए, 25 रंगमंच निर्माण के लिए एक करोड़ 25 लाख रूपए, 73 सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 03 करोड़ 65 लाख रूपए और चारामा के सरार तालाब का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण हेतु एक लाख रूपए तथा स्वामी आत्मानंद इग्लिश मीडियम स्कूल चारामा में सीसी सड़क, मंच एवं गेट निर्माण के लिए 34 लाख रूपए स्वीकृत करने की घोषणा की।
उन्होंने कार्यक्रम में चारामा विकासखण्ड के ग्राम तारसगांव के ईश्वरी स्व-सहायता समूह एवं ग्राम उड़कुड़ा जोगी स्व-सहायता समूह को कचरा कलेक्शन एवं पृथककरण हेतु ई-रिक्शा का चाबी सौंपा। नारी जागरण महिला स्व-सहायता समूह गोटीटोला एवं अन्नपूर्णा महिला स्व-सहायता समूह कुर्रूभाट को किराना व्यवसाय हेतु 01-01 लाख रूपए का चेक प्रदान किया गया।
राजीव मितान क्लब सदस्य एवं महिला शक्ति सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार नागरिकों को सभी मूलभूत सुविधाएं- सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा इत्यादि मुहैया कराने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों एवं माताओं को गर्म भोजन प्रदान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना से हाट-बाजारों में मरीजों को उपचार मिल रहा है, इसकी शुरूआत बस्तर संभाग से हुई थी, जिसे पूरे राज्य में क्रियान्वित किया गया है। मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के भी सार्थक परिणाम मिले हैं, इससे उल्टी-दस्त, मलेरिया के प्रकरण में उल्लेखनीय कमी पाई गई है।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को सस्ते दर पर ब्रान्डेड दवाई उपलब्ध कराने के लिए श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स खोले गए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के बाद अब जिलों में उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांकेर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना बड़ी उपलब्धि है, यहां डॉक्टरों की कमी नहीं होने दी जायेगी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार किसान हितैषी है, किसानों के कर्ज माफ किये गये, किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिया जा रहा है। कोदो-कुटकी के भी समर्थन मूल्य तीन हजार रूपए प्रति क्विंटल घोषित किये गये हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के तहत दो रूपए किलो में गोबर की खरीदी की जा रही है, इस योजना को देश के अन्य राज्य भी अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाये जा रहे हैं, जो रासायनिक खाद का विकल्प बनेगा। इस साल 20 लाख मीट्रिक टन वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन से छत्तीसगढ़ के किसान आर्थिक रूप से मजबूत हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजीव मितान क्लब को प्रत्येक साल एक लाख रूपए की सहायता प्रदान किया जा रहा है, इन क्लबों के माध्यम से खेलकूद, तीज-त्यौहार इत्यादि गतिविधियों का आयोजन कर संस्कृति के संरक्षण का कार्य किया जायेगा, क्लब को शासकीय योजनाओं एवं रोजगार से संबंधित जानकारी भी दी जायेगी।
कांकेर जिले के प्रभारी मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिला, दीदी अच्छा कार्य कर रही हैं, सरकार द्वारा उन्हें स्व-रोजगार के लिए सहायता भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का हर व्यक्ति, युवा शिक्षित हों तथा शिक्षा ग्रहण कर काम का सृजन करें, ताकि आने वाली पीढ़ी को काम की कोई कमी न हो। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है, जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना से घर के दरवाजे तक ईलाज की सुविधा पहुंच गई है। कांकेर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना भी हुई है, जिसका लाभ क्षेत्रवासियों को मिलेगा। कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री मनोज मण्डावी, संसदीय सचिव एवं कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, गौ-सेवा आयोग के सदस्य नरेन्द्र यादव ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम को इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नितिन पोटाई, जिला पंचायत के अध्यक्ष हेमंत धु्रव, सुकमा जिला पंचायत के अध्यक्ष हरीश कवासी, बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य बिरेश ठाकुर, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष सुभद्रा सलाम सहित जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।