आलोक मिश्रा स्टेट हेड
जिला अस्पताल में हुआ निःशुल्क बाल हृदय रोग जाँच शिविर,रायपुर से आये विशेषज्ञ ने की बच्चों के हृदय की जांच
कलेक्टर दीपक सोनी ने किया शिविर का शुभारंभ,बच्चों से मुलाकात कर परिजनों का भी बढ़ाया उत्साह
प्रदेश में आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होती रहे इस हेतु शासन का लगातार प्रयास जारी है। इस कड़ी में कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर स्थानीय जिला अस्पताल में बच्चों में हृदय रोग की पहचान हेतु एक विशेष जाँच शिविर का आयोजन किया गया
। शिविर के शुभारंभ पर स्वयं कलेक्टर दीपक सोनी उपस्थित रहे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के इस प्रयास की सराहना करते हुए बच्चों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए तथा ऐसे शिविर आयोजित करते रहने को कहा। साथ शिविर में आएं बच्चों से मुलाकात कर परिजनों का भी उत्साह बढ़ाया।
शिविर के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि,जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत स्कूलों में साल में एक बार तथा आंगन बाड़ी में साल में दो बार सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। उक्त परीक्षणों में कुछ बच्चों के जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित होने की आशंका हुई जिनके आगे की जाँच के लिए यह विशेष जाँच शिविर आयोजित किया गया है
शिविर में रायपुर के एक बड़े निजी अस्पताल की बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर किंजल बक्शी द्वारा बच्चों की जांच की गई। जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के के टेम्भूरने के अनुसार बच्चों में जन्मजात हृदय रोग के कारण उनमें थकान और सुस्ती बनी रहती है। ऐसे बच्चे सामान्य बच्चों की तरह खेल-कूद भी नहीं पाते उनमें सांस फूलने की स्थिति होती है ।इलाज न मिलने पर कई प्रकार के खतरे बने रहते हैं।
सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार वर्मा ने बताया की आयोजित शिविर में 107 बच्चों का परीक्षण किया गया परीक्षण में ईसीजी, इकोकार्डियोग्राफी तथा रक्त जाँच की जाँच हुई । जाँच में 36 बच्चों को सर्जरी की आवश्यकता पाई गई है जिसकी व्यवस्था की जा रही है। 20 बच्चों को चिरायु टीम की निगरानी में रखा गया है जिनकी समय-समय पर जाँच की जाती रहेगी। शिविर में भाटापारा के ग्राम मिरगी से अपनी 11 वर्षीय बच्ची को लेकर आये संतकुमार निषाद ने बताया कि बच्ची की जाँच गांव के स्कूल में चिरायु टीम द्वारा की गई थी ।
जिसे अब आगे की जाँच के लिए अस्पताल लाएं हैं,यहाँ सभी जाँच निःशुल्क हुई है तथा जरूरी दवाईयां भी दी गई हैं । यहाँ स्वल्पाहार की भी व्यवस्था है। ऐसे ही ग्राम टेहका की 4 वर्षीय बच्ची के पिता राजकुमार दक्षिणे ने अस्पताल में प्राप्त सुविधा पर सन्तुष्टि ज़ाहिर की है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक सृष्टि मिश्रा ने बताया कि इस प्रकार के जांच शिविर समय-समय पर आयोजित किए जाते रहे हैं
जांच के पश्चात ऐसे बच्चे जिन्हें सर्जरी की आवश्यकता है उनका उच्च संस्थानों में रेफर कर स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में ऑपरेशन करवाया जाता है जो पूरी तरह निःशुल्क होता है। जिला अस्पताल में आयोजित इस शिविर को सफल बनाने हेतु प्रत्येक विकासखण्ड की चिरायु टीम ने बहुत प्रयास किया जिससे हितग्राहियों को लाभ मिल सका। इसके साथ ही साथ शिविर में जिला अस्पताल के डॉक्टर सहित सभी स्टाफ ने अपना सहयोग दिया।