खालशाई शान के साथ,पंज प्यारो की आगुवाई मे निकली शोभायात्रा, वाहे गुरुजी की उठी गूंज

 

 

खरोरा / क्षितिज मिश्रा

:-श्री गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व पर धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई। पंज प्यारों ने शोभा यात्रा की अगुवाई की। इस दौरान पूरा नगर शबद कीर्तन से गूंजता रहा। शोभायात्रा का श्रद्धालुओं द्वारा जगह-जगह स्वागत किया गया।

 

 


नगर के प्रमुख मार्ग पर शबद, कीर्तन के साथ ही जो बोले सो निहाल सत श्रीअकाल.., वाहे गुरुजी की खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह आदि के जयकारे से गूंज उठे। इस दौरान गुरु ग्रंथ साहिब को सुंदर पालकी मे सजाया गया था जिसके आगे महिलाएं और युवतियां पर झाड़ू लगाकर सड़क को साफ-सुथरा करते चल रही थी। जिसके पीछे फूलो की वर्षा हो रही थी, वहीं जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। साथ ही प्रसाद भी वितरण किया गया।

 

 


बुधवार शाम पांच बजे के बाद सिक्ख धर्म के प्रणेता श्री गुरुनानक देव के प्रकाशोत्सव पर स्थानीय गुरुद्वारे से शोभायात्रा निकाली गई। इसमें गुरुनानक देव की विशाल झांकी तैयार की गई थी। इसे फूलों से सजाया गया था। इसमें गुरू ग्रंथ साहेब को विशेष साज-सज्जा के साथ रथारूढ़ किया गया जिसकी अग्रवाइ पंज प्यारो ने की
शोभायात्रा के साथ ही पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर गुरबानी का गायन करते श्रद्धालुओं का हुजूम था। श्रद्धालुओं द्वारा किए जा रहे गुरबानी पाठ व शबद गायन से पूरा नगर गूंजता रहा। शोभायात्रा को लेकर युवाओं और बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला। महिलाएं और पुरूष पारंपरिक वेशभूषा में शोभायात्रा में शामिल हुए। वहीं अन्य धर्मों के लोग भी इसमें नजर आए। शोभायात्रा के लिए मुख्य मार्गों में विशेष सजावट की गई थी। शोभायात्रा का श्रद्धालुओं द्वारा जगह-जगह स्वागत किया गया। जिसमे अग्रवाल समाज के बंधुओ, नगर पंचायत परिवार,चैंबर आफ कमार्श, ब्लाक कांग्रेस कमेटी, प्रेस क्लब परिवार, द्वारा, समाज के परिवारों, पंज प्यारो और गुरुग्रंथ साहेब महाराज का स्वागत कर चाय नास्टे की सेवा की गई,

 

यहां यात्रा में शामिल लोगों के लिए विशेष तौर पर इस मौके पर आतिशबाजी का विशेष कार्यक्रम रखा गया था जिसने प्रकाशोत्सव की खुशियों में चार चांद लगा दिए। शोभायात्रा वापस गुरूद्वारे पहुंची। जहा पूरे समान के साथ गुरु ग्रंथ साहेब को उनके निज स्थान मे पंज प्यारो के साथ ले जाया गया जहा, समाप्ति पश्चात्,प्रबंधक कमेटी द्वारा पंज प्यारो का संम्मन किया गया समाप्ति उपरांत, सतविंदर् छाबडा के परिवार द्वारा गुरु के लंगर की सेवा की गई
पर्व के लिए गुरुद्वारे को भी विशेष तौर पर सजाया गया था। दीपमालिकाओं से इसकी आकर्षक सजावट की गई थी वहीं गुरू ग्रंथ साहेब की आसंदी को भी विशेष तौर पर सजाया गया था। यहां गुरुकीर्तन का कार्यक्रम रखा गया था।
इस मौके, नगर के बढ़ी संख्या में सिख समुदाय सहित नगर गणमान्य नागरिक मौजूद रहें।